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रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के निर्देश पर छह मार्च को सोमवार को प्रदेश के सभी प्रखंडों में राष्ट्रीयकृत बैंक या एलआईसी के कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। यह विरोध प्रदर्शन अडानी के पक्ष में भाजपा की मोदी सरकार की घोर पूंजीवाद (क्रोनी कैपिटलिज्म) की नीति के खिलाफ किया जा रहा है। वहीं, 13 मार्च को राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जायेगा। यह जानकारी झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने रविवार को कांग्रेस भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन की तैयारी हो चुकी है। प्रखंड अध्यक्ष अपने अपने क्षेत्रों में शांतिपूर्ण तरीके प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अडानी समूह के शेयरों में निरंतर बिकवाली के कारणए 31 दिसंबर 2022 से समूह में एलआईसी के शेयरों के मूल्य में आश्चर्यजनक रूप से 52000 करोड़ रुपये की गिरावट आई है। इनका मूल्य अब मात्र 32000 करोड़ रुपये रह गया है और एलआईसी तथा इसके करोड़ों पॉलिसीधारकों द्वारा कमाया गया सारा लाभए जो अब हम सभी जानते हैं कि स्टॉक मार्केट में हेरफेर और मनी लॉन्ड्रिंग के कारण हुआ था, उस सारे लाभ का सफाया हो गया है और एलआईसी को एक बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। किसने भारत की वित्तीय प्रणाली के इस स्तंभ को आपके पसंदीदा व्यवसायी के लिए इतने जोखिम भरे सौदे में शामिल होने के लिए मजबूर किया। भारत के नागरिकों की बचत के साथ खेले गए इस जुए के लिए आपको कब जवाबदेह ठहराया जाएगा।
प्रेसवार्ता में प्रदेश महासचिव बिनय सिन्हा दीपू, अमुल्य नीरज खलखो, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, डॉ0 एम. तौसीफ, रॉंची महानगर अध्यक्ष डॉ कुमार राजा उपस्थित थे।