बिरसा भूमि लाइव
समाज को नशा मुक्त बनाना भी एक प्रकार का स्वच्छता अभियान है, इस अभियान का नेतृत्व महिलाओं को करना होगा : डीसी
एक दर्जन महिलाओं को उपायुक्त ने किया सम्मानित
माताएं-बहनें स्वच्छता की सबसे बड़ी अभिकर्ता हैं : ईओ
गुमला: नगर परिषद के तत्वाधान में बुधवार को टाउन हॉल सभागार में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन एवं स्वच्छ भारत अभियान टीम के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय स्वच्छ उत्सव 2023 आयोजन किया गया। आयोजन की विधिवत शुरुआत उपायुक्त सुशांत गौरव, नगर परिषद अध्यक्ष दीप नारायण उरांव तथा उपाध्यक्ष कलीम अख्तर द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान नगर परिषद की महिला वार्ड पार्षदगण, लगभग 700 से अधिक स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तथा नगर परिषद के कर्मचारी गण मौजूद थे।
कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छता अभियान में महिलाओं को नेतृत्वकर्ता की भूमिका में लाने के लिए उन्हें प्रेरित करना था। साथ ही नगर परिषद क्षेत्र की ऐसी महिलाओं को सम्मानित करना जिन्होंने हड़िया दारू की जीविका को छोड़कर नगर परिषद के बैनर तले शहर के स्वच्छता अभियान से जुड़कर झाड़ू थामी है। इस अवसर पर उपायुक्त ने नगर परिषद द्वारा शहर में सकारात्मक माहौल बनाने को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की, साथ ही एक दर्जन उन महिलाओं को शॉल प्रदान कर सम्मानित किया जिन्होंने नशे का कारोबार छोड़कर स्वच्छता अभियान को अपनाया है।
क्या है स्वच्छ उत्सव 2023 : कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार द्वारा महिलाओं के नेतृत्व में स्वच्छता अभियान की श्रंखला को स्वच्छोत्सव 2023 के नाम से शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत देश भर की वैसी महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने स्वच्छता के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया है, या उनके नेतृत्व में सामाजिक संगठनों ने अच्छा काम किया है। बताया कि 31 मार्च को स्वच्छता मशाल यात्रा भी निकाली जाएगी। कहा कि महिलाएं हमेशा से स्वच्छता की सर्वश्रेष्ठ अभिकर्ता रही हैं, किंतु उन्हें स्वच्छता के नेतृत्वकर्ता की भूमिका में लाने हेतु उक्त आयोजन किया जा रहा है।
इन्हें किया गया सम्मानित : जिन महिलाओं को उपायुक्त, नगर परिषद अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष द्वारा संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया उनमें मंजू देवी, डहरी उरांव, पाल्हो उरांव, बिगनी देवी, सुखमणि उरांव, सामिल तिग्गा, सुनीता तिग्गा, सावित्री देवी, चंपू उरांव, चरिया उरांव, सोमारी हो, तेतरी उराइंन, धनची उराइंन आदि शामिल हैं। इस दौरान 10 अन्य महिलाओं ने विभिन्न कोटियों हेतु पुरस्कार के लिए अपना नामांकन दावा भी प्रस्तुत किया। उपरोक्त महिलाएं ‘वेस्ट टू वेल्थ’ प्रयासों से जुड़ी हैं।
कार्यक्रम के आयोजन में नगर मिशन प्रबंधक राहिल डुंगडुंग, नगर प्रबंधक हेलाल अहमद, नगर प्रबंधक हिमांशु मिश्रा, अरशद अली, रौनक पांडे सीओ विमला देवी तथा सभी सीआरपी सदस्यों एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की भूमिका सराहनीय रही।