निर्वाचन से पहले केंद्र सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वाकांक्षी घोषणा की है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिहार में 19 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने की मंजूरी दी है। यह निर्णय राज्य की शैक्षिक बुनियाद को मज़बूत करने और ग्रामीण, पिछड़े क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
ये 19 विद्यालय बिहार के 16 जिलों में स्थापित होंगे। प्रस्तावित सूची में शामिल हैं — सीतामढ़ी, कटिहार, कैमूर (भभुआ), झंझारपुर, मधुबनी, शेखपुरा, मधेपुरा, पटना (वाल्मी, दीघा क्षेत्र), अरवल, पूर्णिया, भोजपुर (आरा), मुज़फ्फरपुर (बेला इंडस्ट्रियल एरिया), मुंगेर, दरभंगा-नंबर 3, भागलपुर (नगर क्षेत्र), बिहारशरीफ (नालंदा), बोधगया आदि।
इन 19 नए विद्यालयों के निर्माण पर केंद्र सरकार ₹ 5,862 करोड़ की राशि लगाने का प्रस्ताव है। यह कदम देशव्यापी 57 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने की योजना का हिस्सा है, जिसमें बिहार को अपेक्षित हिस्सेदारी मिली है।
नई सेन्टरल विद्यालय प्रणाली में ‘बालवाटिका’ (प्री-प्राइमरी) को भी शामिल किया जाएगा, ताकि शिक्षा की शुरुआत प्रारंभिक स्तर से ही समर्थ और समान हो। प्रस्तावित विद्यालय मॉडल के अनुसार प्रत्येक विद्यालय लगभग 1,520 छात्रों को शिक्षा प्रदान कर सकेंगे।
इस घोषणा से यह उम्मीद जताई जा रही है कि शिक्षा की पहुंच उन इलाकों तक बढ़ेगी जहाँ संसाधन सीमित हैं। साथ ही यह कदम राज्य में शिक्षा के स्तर को बेहतर करने, छात्र पलायन को रोकने और सुदूर क्षेत्रों को जोड़ने में सहायक होगा।