बिरसा भूमि लाइव
- पेंशनकारी की समस्या को निदान करने पर दिया गया बल
गुमला : पालकोट रोड़ स्थित उत्कल पोईंट में झारखंड राज्य पेंशनर समाज की गुमला इकाई का वार्षिक अधिवेशन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाज के राष्ट्रीय सचिव महेश कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथि राज्य संयुक्त सचिव डी. विश्वक र्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह राज्य कोष प्रभारी चन्द्रकांत सिंह तथा प्रबंधक यूको बैंक राजन कुमार के द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलन के पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत की गयी। पेंशनर समाज के वरीय सदस्य तेजपाल राम के द्वारा स्वागत भाषण दिया गया, जब कि कार्यकारी सचिव महावीर प्रसाद मिश्र ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
समाज के कोष की अद्यतन स्थिति की जानकारी देते हुए शांति प्रकाश केरकेट्टा के द्वारा आय-व्यय का व्यौरा प्रस्तुत किया गया। अस्वस्थता के कारण पेंशनर समाज के गुमला जिला इकाई अध्यक्ष बैजनाथ चन्द्र अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाये, उनके द्वारा संप्रेषित लिखित संबोधन को पढ़ कर सुनाया गया। उनके द्वारा जिले के समस्त पेंशनरों के मंगलमय जीवन की कामना की गयी।
उपस्थित पेंशनरों को संबोधित करते हुए यूको बैंक के प्रबंधक राजन कुमार ने कहा कि सभी पेंशनधारी काफी परिपक्व होते हैं, ऐसे में उनसे किसी प्रकार के चूक होने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। फिर भी उन्हें सचेष्ट रहना चाहिए। पेंशनधारियों को बैंक में किसी प्रकार की परेशानी होने पर उनसे मिलने की बात कही गयी। उन्होंने अपने आधार तथा मोबाइल नं. को अपडेट रखने का सुझाव देते हुए प्रत्येक वर्ष नियत माह में जीवन प्रमाण पत्र सबमिट करने की बात कही गयी। कार्यक्रम में उपस्थित बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंधक पवन कुमार ने बैंकों में कर्मियों की कमी रहने के कारण कुछ कार्यो का निष्पादन समय पर नहीं हो पाता है। परन्तु धीरे धीरे स्थिति में सुधार किया जा रहा है।आने वाले दिनों में किन्ही भी पेंशनर को किसी प्रकार की दिक्कत होने पर उनसे संपर्क कर सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि डी. विश्वकर्मा द्वारा कहा गया कि पेंशनरों को एकजुट रहने का समय आ गया है।एकजुट रहकर ही हम पेंशनरों के विरुद्ध किये जाने वाले नीतिगत फैसलों का प्रतिकार कर सकते हैं। वरिष्ठ पेंशनर रामानुज शर्मा ने बैंकों की कार्यप्रणाली पर निशाना साधते हुए कहा कि बैंक पेंशनरों के कार्यो के प्रति संवेदनशीलता रखें। समाज के कार्यकारी अध्यक्ष विश्वनाथ दास ने ग्रेड पे के मामले महालेखाकार कार्यालय की दुरंगी नीति की आलोचना करते हुए इसमें पारदर्शिता अख्तियार करने की बात कही गयी।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चन्द्रकांत सिंह ने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना काल ने हम पेंशनरों को शारिरीक रुप से काफी क्षति पहुंचाई है। पेंशन प्राप्त करने की अवस्था में पहुंचने पर वैसे ही व्यक्ति शारिरीक रुप से अक्षम हो जाता है, ऐसे में मनोबल को ऊंचा रखने की जरुरत है।मनोबल ऊंचा रख कर ही हम संगठन को धारदार बना सकते हैं। संगठन के शक्ति का ही प्रतिफल है कि केंद्र सरकार ने पेंशनरों को पैंसठ,सत्तर, पचहत्तर तथा अस्सी साल की अवस्था में देय रकम को मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने महिला पेंशनरों को भी संगठन में अपनी सक्रियता बढाने की नसीहत दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सचिव महेश कुमार सिंह ने बैंक प्रबंधन को आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि सभी बैंक पेंशनभोगियों के कार्यो के प्रति सचेष्टता दिखलायें। उन्होंने कहा कि पेंशन की राशि कोई खैरात नहीं है।कोई भी सरकारी कर्मचारी पैंतीस-चालीस वर्षो तक सेवा करने के उपरांत पेंशन प्राप्त करता है। उन्होने वर्तमान में नौकरी पर जाने वालों को पेंशन नहीं देने की नीति को काला कानून की संज्ञा देते हुए इसे कर्मियों के दोहन करने की बात बताई।पेंशनर समाज को विभिन्न बैंकों द्वारा समय समय पर सुविधा निमित्त सहयोग देने की मांग उनके द्वारा की गयी। उन्होंने कहा कि आरबीआई का यह निर्देश भी है कि पेंशनरो के संगठन को बैंक सहयोग करें।
मुख्य अतिथि द्वारा आह्वान किया गया कि हमलोग मेडिकल क्लेम तथा लीव ट्रेवल की सुविधा देने की मांग भी सरकार से की गयी है,इस मुद्दे पर सभी साथियों को एकजुटता का परिचय देना है।
नये सत्र के लिए समाज के गुमला इकाई के पदाधिकारियों का निम्नरुपेण चुनाव किया गया
संरक्षक- बैजनाथ चन्द्र अधिकारी
सम्मानित अध्यक्ष – हिलारियुस तिर्की
अध्यक्ष – तेजपाल राम मोची
उपाध्यक्ष – भागी नाग,महेश प्रसाद गुप्ता, उर्मिला लकड़ा,कोरोलिना एक्का,
सचिव – महावीर प्रसाद मिश्र
सह सचिव – अघनु बड़ाईक, परमानंद भीमकूल, प्रभाकर दास
कोषाध्यक्ष – शांति प्रकाश केरकेट्टा
राज्य प्रतिनिधि – गौरी प्रसाद साहु
प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी – द्वारिका मिश्र “सुमन”
इसके अतिरिक्त विभिन्न प्रखण्डों से दस कार्यसमिति सदस्यों का चुनाव भी किया गया। मौके पर जिला सहित सभी प्रखण्डों से सैकड़ों महिला पुरुष पेंशनधारी उपस्थित थे। मंच का संचालन महावीर मिश्र ने किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन गौरी प्रसाद साहु के द्वारा किया गया।