बिरसा भूमि लाइव
गुमला : अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सरकारी अधिकारी और भू- माफियाओं के गठजोड़ के खिलाफ स्वतंत्रता सेनानी जतरा टाना भगत स्मारक चिंगरी विशुनपुर से प्रखण्ड मुख्यालय घाघरा तक जन प्रतिवाद मार्च आयोजित कर विरोध किया गया। महासभा के प्रखण्ड प्रभारी अनिल उरांव तथा बुधवा उरांव के संयुक्त नेतृत्व में किसानों का जत्था चिंगरी से पैदल 29 किमी की दूरी तय कर घाघरा प्रखंड मुख्यालय पहुंचा। जन प्रतिवाद मार्च में शामिल महिला पुरुष किसानों द्वारा सीओ धनंजय पाठक मुर्दाबाद एवं सीओ धनंजय पाठक सम्पति की जांच करो सीओ साहूकार गठजोड़ मुर्दाबाद मुर्दाबाद की मांग का नारा लगा रहे थे।
जन प्रतिवाद मार्च में शामिल महिला पुरुष किसानों का कहना है कि घाघरा के सीओ के श्रावणी मेले में देवघर ड्यूटी पर तैनाती के बाद उनके स्थान पर प्रभार पर आये सीओ धनंजय पाठक जमीन माफियाओं के साथ गठजोड़ कर किसानों के खिलाफ काम कर रहे हैं। जबकि सलगी लसडांड़ की जमीन के सवाल पर वन विभाग के साथ हमारी लड़ाई विगत एक दशक से चल रही है।
जन प्रतिवाद मार्च के माध्यम से महासभा ने सरकार से मांग की है कि स्थानीय भूमि जोतक किसानों को मालिकाना हक प्रदान किया जाय, कृषि योग्य जमीन पर गैर जोतक भू-माफियाओं का मालिकाना हक समाप्त किया जाय, गैर जोतक कथित दस्तावेजी भूमि मालिकों के द्वारा की जा रही जमीन की खरीद-बिक्री रोक लगाने, अधिकारी जमीन माफिया गठजोड़ की जांच कराने तथा प्रभारी सीओ की सम्पति की जांच कराने की मांग शामिल है।प्रतिवाद मार्च में मुख्य रूप से महासभा के जिलाध्यक्ष सनिया उरांव, सुरेश प्रसाद यादव, चापा भगत, बिजला उरांव, मंगल उरांव, कांछा उरांव, बंधु महली, सुरेश गोप, बिहारी उरांव, सुदर्शन भगत, हरिश्चन्द्र उरांव, सुना उरांव, चूयूं उरांव, सहित सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल थे।