बिरसा भूमि लाइव
मणिपुर की घटना के दोषियों को फांसी की सजा हो
रांची: श्री महावीर मंडल डोरंडा केंद्रीय समिति के अध्यक्ष संजय पोद्दार और मंत्री पप्पू वर्मा ने मणिपुर की घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की है। श्री पोद्दार ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या मणिपुर की आड़ में बंगाल, झारखंड, बिहार, राजस्थान के कृत्य को भुलाया जा सकता है। घटना मणिपुर की हो, बंगाल की हो, चाहे बिहार और राजस्थान की, यह निंदनीय है।
मानवता को शर्मसार करने वाली है परंतु इंडिया सिलेक्टिव क्यों मणिपुर में जिस प्रकार क्रिश्चियनिटी द्वारा धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। अफीम की खेती कर पैसे उगाही से धर्म परिवर्तन पर खर्च हो रहा है। घुसपैठियों को पनाह दिया जा रहा है। कहीं उस पर पाबंदी का परिणाम तो नहीं। ऐसे कई पहलू पर विचार करना होगा, क्योंकि 2024 का चुनाव है।
श्री पोद्दार ने कहा कि देश की कोई भी बेटी हो इस तरह का अपराध को कहीं से भी जायज नहीं ठहराया जा सकता। ऐसे अपराधियों को फांसी की सजा होनी चाहिए। दोषी अधिकारियों जो भी लोग साजिशकर्ता है, उसे कठोर सजा मिले पर यह सिर्फ मणिपुर नहीं सभी प्रदेशों में यह लागू होना चाहिए।
आज बंगाल की स्थिति क्या है। वहां दो औरतों को निर्वस्त्र कर दिया गया। राजस्थान में दलित महिलाओं के साथ रोजाना बलात्कार हो रहे हैं। बेगूसराय में एक लड़की को पीटा गया और उसके वस्त्र खोल दिए गए। झारखंड में प्रतिदिन आदिवासी महिलाओं के साथ दुराचार हो रहा है।
उत्तराखंड में भी कमोबेश यही स्थिति है। इस पर चुप्पी क्यों। अगर मणिपुर की कहानी आजादी के पूर्व से लेकर आजादी के बाद तक समझेंगे तो मणिपुर की असलियत सामने आ जाएगी। वर्ष 2014 के बाद पूर्वोत्तर राज्यों में किस तरह विकास हुआ, ऐसे तमाम चीजें आपको जानने को मिलेंगे।
मणिपुर में धर्मांतरण अवैध हथियार और अफीम पर शिकंजा घुसपैठियों पर रोक का परिणाम यह है जो कांग्रेस वामपंथी कम्युनिस्ट नहीं पचा पा रहे हैं। अपने स्वार्थ के लिए देश के स्मिता के साथ खिलवाड़ ना करें। आज भाजपा का शासन है। कल फिर किसी का शासन आएगा और आप ऐसा कोई काम ना करें कि जब आप सत्ता में आए तो आपने जो कुकर्म किया है। उसको फिर आप ठीक नहीं कर पाए और देश की अस्मिता बचा न सके।