बिरसा भूमि लाइव
गुमला: सोमवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में डुमरी प्रखंड कार्यालय सभागार में आकांक्षी प्रखंड डुमरी में सर्वांगीण विकास से संबंधित जून एवं जुलाई माह में हुए प्रगति से संबंधित समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया।बैठक में मुख्य रूप से आकांक्षी प्रखंड डुमरी के अंतर्गत अलग-अलग विभागों द्वारा किए जाने वाले ग्रामीण विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। उपायुक्त ने आकांक्षी प्रखंड विकास अंर्तगत विभिन्न संकेतकों की स्थिति की बिंदुवार समीक्षा की।
उन्होंने स्कूलों के इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित शिक्षा के गुणवत्ता, शिक्षा व्यवस्था आदि की समीक्षा की उन्होंने सभी विद्यालयों में बिजली एवं पानी की व्यवस्था दुरुस्त हो इसे प्राथमिकता देने की बात कही। एवं जिन विद्यालयों में बिजली एवं शौचालय की व्यवस्था नहीं है उसकी सूची बनाते हुए अविलंब प्रस्ताव देने का निर्देश दिया। विद्यालयों के कंप्यूटर क्लास/आईटीआई क्लास रूम को फंक्शनिंग बनाने एवं प्रति दिन बच्चों को रूटीन के अनुसार कंप्यूटर क्लासेस करवाने की बात कही। स्कूलों में साफ सफाई एवं झाड़ियों को साफ करवाने की भी बात कही।
आंगनवाड़ी केंद्रों के सुदृढ़ीकरण से संबंधित विषयों में समीक्षा करते हुए उन्होंने जर्जर पड़े भावनाओं की मरम्मती करवाने एवं सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में शौचालय एवं जल मीनारों को दुरुस्त करने की बात कही।डुमरी मे नए बन रहे आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में डुमरी में चल रहे अन्य कार्यों के बाड़े में भी जानकारी ली।
इसी प्रकार डुमरी में स्वास्थ्य की अलग-अलग संकेतकों के अनुसार समीक्षा की गई। सिविल सर्जन ने बताया कि डुमरी में पिछले दो माह में लगभग शत प्रतिशत गर्भवती महिलाओं ने अपना ANC 1 चेकअप करवाया वहीं संस्थागत प्रसव भी पिछले दो माह में लगभग 90 प्रतिशत देखने को मिली है ।उन्होंने घरों में होने वाले डिलीवरी को पूर्ण रूप से बंद करने को कहा । इस दौरान उपायुक्त ने इलाजरत कुपोषित एवं एनिमिक बच्चों की स्थिति की भी जानकारी ली, साथ ही डुमरी में कुपोषित बच्चों के आंकड़े का भी विश्लेषण किया। उपायुक्त ने गर्भवती महिलाओं के ANC 1 एवं ANC 4 की चेकअप एवं इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी को शत प्रतिशत कराने हेतु विशेष रूप से निर्देशित किया । इसके साथ ही उपायुक्त ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों की इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता अनुसार मरम्मती करवाने का भी निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कृषि, हॉर्टिकल्चर, भूमि संरक्षण, विभाग की समीक्षा करते हुए खाद एवं बीज की उपलब्धता, फसलों की उत्पादकता, सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता, सिंचित क्षेत्र, पशु टीकाकरण, बागवानी आदि की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी कृषकों के जमीन का सॉयल हेल्थ कार्ड बनाने की बात कही।एवं उसके अनुसार किसानों को खेती करने हेतु आवश्यक जानकारी देने की बात कही। उपायुक्त ने शत प्रशिक्षण किसानों का केसीसी करने का निर्देश दिया, साथ ही बैंक स्तरों पर कृषकों के लोन अप्रूव करने से संबंधित लंबित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने की बात कही।
इसके अलावा डुमरी में विभिन्न संबंधित विभागों द्वारा किए गए कार्यों की आंकड़ेवार समीक्षा की गई। उपायुक्त ने आगामी कार्ययोजना के अंतर्गत संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, परियोजना निदेशक आईटीडीए, समाज कल्याण पदाधिकारी, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, शिक्षा अधीक्षक, जिला कल्याण पदाधिकारी, बीडीओ डुमरी सहित विभिन्न पंचायतों के मुखिया के अलावा संबधित विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहें ।