अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) ने वित्त वर्ष 2026 की सितंबर तिमाही में अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार दर्शाया है। कंपनी ने राजस्व वसूली दक्षता को पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना कर 100.59% तक पहुँचाया है, जो वित्तीय स्थिरता और मजबूत कैश फ्लो की ओर संकेत करता है।
ट्रांसमिशन ऑर्डर बुक:
कंपनी ने इस तिमाही में 190 सर्किट किलोमीटर नई ट्रांसमिशन लाइन जोड़ी, जिससे कुल नेटवर्क 26,705 सर्किट किलोमीटर तक पहुँच गया है। इसके अतिरिक्त, चार नए ट्रांसमिशन और सबस्टेशन ऑगमेंटेशन प्रोजेक्ट्स प्राप्त किए गए हैं, जिनकी कुल क्षमता 4,000 MVA और कुल मूल्य ₹700 करोड़ है। इन परियोजनाओं के साथ, कंपनी का कुल ट्रांसमिशन ऑर्डर बुक ₹60,004 करोड़ तक पहुँच गया है।
स्मार्ट मीटरिंग प्रगति:
स्मार्ट मीटरिंग सेगमेंट में, कंपनी ने 18.36 लाख नए मीटर लगाने का कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त किया है, जिससे संभावित आय ₹2,323 करोड़ होगी। कुल मिलाकर, कंपनी की स्मार्ट मीटरिंग ऑर्डर बुक 2.46 करोड़ मीटर तक पहुँच गई है। इस तिमाही में, कंपनी ने 18.2 लाख नए मीटर इंस्टॉल किए हैं, जिससे कुल इंस्टॉल्ड मीटर की संख्या 73.7 लाख हो गई है। कंपनी का लक्ष्य इस वित्त वर्ष के अंत तक 1 करोड़ स्मार्ट मीटर का आंकड़ा पार करना है।
वितरण प्रदर्शन:
कंपनी ने वितरण हानि (Distribution Loss) को घटाकर 4.36% किया है, जबकि बिजली आपूर्ति की विश्वसनीयता (ASAI) 99.999% पर स्थिर रही है।
कर्ज प्रबंधन:
अपने कर्ज घटाने की योजना के तहत, अडानी एनर्जी ने अपने $300 मिलियन बॉन्ड में से $44.66 मिलियन के बॉन्ड पुनर्खरीद किए हैं।
इस मजबूत प्रदर्शन के बावजूद, कंपनी के शेयर शुक्रवार को बीएसई पर मामूली गिरावट के साथ ₹925.90 पर बंद हुए। निवेशकों के लिए यह एक संकेत है कि कंपनी की मजबूत बुनियादी संरचना और भविष्य की योजनाओं के बावजूद, बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।